Chiragh-O-Aftaab Gum Badi Haseen Raat Thi_Cover_Pradeep Srivastava_Lyric...
#Ghazal
चराग़-ओ-आफ़ताब ग़ुम बड़ी हसीन रात थी-2
शबाब की नक़ाब गुम बड़ी हसीन रात थी
चराग़-ओ-आफ़ताब ग़ुम बड़ी हसीन रात थी
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मुझे पिला रहे थे वो कि ख़ुद ही शमा बुझ गई-2
गिलास गुम शराब गुम बड़ी हसीन रात थी
चराग़-ओ-आफ़ताब ग़ुम बड़ी हसीन रात थी
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लिखा था जिस किताब में कि इश्क़ तो हराम है-2
हुई वही किताब गुम बड़ी हसीन रात थी
चराग़-ओ-आफ़ताब ग़ुम बड़ी हसीन रात थी
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लबों से लब जो मिल गए लबों से लब ही सिल गए-2
सवाल गुम जवाब गुम बड़ी हसींन रात थी
चराग़-ओ-आफ़ताब ग़ुम बड़ी हसीन रात थी
शबाब की नक़ाब गुम बड़ी हसीन रात थी
चराग़-ओ-आफ़ताब ग़ुम बड़ी हसीन रात थी
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- सुदर्शन फ़ाक़िर
Singer: Pradeep
Srivastava
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