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Showing posts from November, 2018

SHAYRI - TUJHE AAZMANE KO

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तेरे पास आने को जी चाहता है ! अपना बनाने को जी चाहता है !! हमारे लिए दर  तुम्हारा है क़ाबा ! वहीँ सर झुकाने को जी चाहता है !! ~ डा माधवी लता शुक्ला 

शायरी - तेज धारों

तेज़ धारों पर मियाँ, कश्ती चलाना और है ! बैठ के साहिल पे ,तदबीरें बताना और है !! मस्जिदों तक चल के जाना, सर झुकाना और है ! भूख से रोते हुए बच्चे को हँसाना और है !! ~अक्स वारसी

शायरी - वफ़ा

वफ़ा, इश्क़, ख्वाब, जहर, जाम क्या क्या है ! मैं आ गया हूँ अब बता इंतेजाम क्या क्या है !!

25th Marriage Annersary of Sri Suneel ji and Shiva ji

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25 TH MARRIAGE ANNVERSARY OF SRI SUNEEL YADAV JI वो हमारे साथ है तो फिर डरा जाता नहीं ! कौन कहता है कि शोलों पर चला जाता नहीं !! हाल ये है एक परिंदा फड़फड़ा कर रह गया ! इतनी आज़ादी में भी उससे उड़ा जाता नहीं !! मित्रों , 25 नवंबर 2018 को श्री सुनील जी  और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती शिवा सिंह की शादी की पच्चीसवीं सालगिरह पर गीत ग़ज़ल की महफिल सजी | जिसमे देर रात तक कभी ग़ज़लें तो कभी पुराने नगमो की फर्माइशों का दौर चलता रहा | इस जश्न को साकारात्मक रूप देने मे दो शख्सियत प्रमुख रही पहली तो सुनील जी और शिवा जी का सुयोग्य पुत्र तन्मय और दूसरे सुनील जी के मित्र श्री और श्रीमती राजीव वोहरा | सुमन सिंह के सुरीले नगमे पर मधुर संगत मे श्री गौरव मिश्रा (की॰बोर्ड) , मनोज तिवारी तबले पर , आशीष ढोले एलेक्ट्रानिक पैड पर और ढोलक पर ऋषि कान्त ने साथ दिया |   मीनू के साउंड से कार्यक्र्म का मज़ा दो गुना बढ़ गया | कुल मिला कर बहुत ही सफल प्रोग्राम रहा |   ...

आपके हस्ताक्षर आपका व्यक्तित्व

*🌹 आपके हस्ताक्षर आपका व्यक्तित्व🌹* *1. जो लोग हस्ताक्षर में सिर्फ अपना नाम लिखते हैं, सरनेम नहीं लिखते हैं, वे खुद के सिद्धांतों पर काम करने वाले होते हैं। आमतौर पर ऐसे लोग कि...

Shayari - एक विषय पर छै शायरों का नज़रिया

एक ही विषय पर ६ शायरों का अलग नजरिया. जरूर पढें - 1 - Mirza Ghalib 1797-1869 *"शराब पीने दे मस्जिद में बैठ कर,* *या वो जगह बता जहाँ ख़ुदा नहीं।"* इसका जवाब लगभग १०० साल बाद मोहम्मद इकबाल ने दिया 2 - Iqbal: 1877-1938 *"मस्जि...

Shayri - Barish Ki Har Boond

बारिश की हर बूँद उसे ही मिल जाये । कोशिश में हर  हाल समंदर रहता है ।। ~डॉ. यासमीन ख़ान

Shayri - Mohabbat ki ajab

मोहब्बत की अजब कहानी होती है ! पल पल हर पल पानी पानी होती है !! हमारा ताल्लुक साकी से है ठिकाना मैंखाना ! यहीं आकर जवानी दीवानी होती है !! ~डॉ लोकेश नीरज

ग़ज़ल - जब सुबह का मंजर

जब सुबह का मंज़र होता है, या चाँदनी रातें होती  हैं ! उस वक्त तसव्वुर में उन से कुछ और ही बातें होती  हैं !! जब दिल से दिल मिल जाता है, वो दौर- ए- मोहब्बत आह न पूछ ! कुछ और ही दिन हो जाते ह...

शायरी - सामने तेरे...

सामने तेरे बैठ जाऊँ तो  तू भी पी लेना जरा ! ऐसा न हो हमारा पीना हराम हो जाए !! ~डॉ लोकेश नीरज

शायरी- किसी की राह में ...

किसी  की   राह  में  कांटे कभी बोया नहीं  करते ! देखकर सुख  पड़ोसी  का कभी रोया नही  करते !! थी उम्मीद ज्यादा की  सुना है  कम मिला  तुमको ! मगर  जो  हाथ में आया  उसे  खोया  नही करते ...

शायरी - लोग दुनिया मे....

लोग दुनिया मे दोस्त देखते है ! हम दोस्तो मे दुनिया देखते है !!

शायरी- माना दुनिया बुरी है.....

माना दुनियाँ बुरी है,सब जगह धोखा है ! लेकिन हम तो अच्छे बने हमें किसने रोका है !!

बाबा ताजुद्दीन - नागपुर शरीफ़

लीहा खबरिया हमार मोरे बाबा ! आपै तो हमरे सहार मोरे बाबा !! दिलवा में उतरी नगरिया तुम्हारी ! जन्नत के जैसी बहार मोरे बाबा !! आज सुबह 3.15 पर ताजुद्दीन बाबा , नागपुर की दरगाह का बेहद ख़ूब...

शायरी - मुझे भी यार.....

मुझे भी यार तुझे भूलने की चाहत है ! मगर ये बीच में कम्बख़्त यादें आती है !! ~महफ़ूज़ आज़मी 

शायरी - हम यूँ ही .....

हम यूँ ही गुजरे थे पुरानी गलियों से ! जाने कितनी यादें हमें छू कर गुजर गईं !!

कानपुर व अन्य शहरों के असली नाम

*1947 के बाद पाकिस्तान की सरकार ने लाखों गलियों, मुहल्लो, नगरो,जिलों,सड़कों के नाम बदल दिए पुरातन वास्तविक नाम हटा कर इस्लामिक नाम रख दिए यही हाल मुगलों ने हिंदुस्तान का भी किया ...

शायरी - भृकुटि अनोखी

भ्रकुटि अनोखी चंचल चितवन अनुपम रूप तुम्हार ! बृज वनिताओं ने कन्त त्याग दिये नटवर नन्द कुमार !! ~अभिलाष

शायरी - मुझमे और किस्मत में

मुझमें और किस्मत में,हर बार बस यही जंग है, मैं उसके फ़ैसलों से तंग हूँ वो मेरे हौसलों से दंग है !

शायरी - मेरी सज़ा ......

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मेरी सजा में कोई रद्द-ओ-बदल कर दे ऐ इश्क ! मेरी उमर तो देख, मेरा मरना अभी बनता नहीं !! ~अमित 'साहिल' गुप्ता

बथुआ के साग से फायदा

*सागो का सरदार है बथुवा* *सबसे अच्छा आहार है बथुवा* बथुवा अंग्रेजी में Lamb's Quarters, वैज्ञानिक नाम Chenopodium album. साग और रायता बना कर बथुवा अनादि काल से खाया जाता  रहा है लेकिन क्या आपको पता है कि वि...