शायरी - मुझे भी यार.....

मुझे भी यार तुझे भूलने की चाहत है !
मगर ये बीच में कम्बख़्त यादें आती है !!
~महफ़ूज़ आज़मी 

Comments

Popular posts from this blog

GHAZAL LYRIC- झील सी ऑंखें शोख अदाएं - शायर: जौहर कानपुरी

Ye Kahan Aa Gaye Hum_Lyric_Film Silsila_Singer Lata Ji & Amitabh ji

SUFI_ NAMAN KARU MAIN GURU CHARNAN KI_HAZRAT MANZUR ALAM SHAH