शायरी - मुझमे और किस्मत में

मुझमें और किस्मत में,हर बार बस यही जंग है,
मैं उसके फ़ैसलों से तंग हूँ वो मेरे हौसलों से दंग है !

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

GHAZAL LYRIC- झील सी ऑंखें शोख अदाएं - शायर: जौहर कानपुरी

Ye Kahan Aa Gaye Hum_Lyric_Film Silsila_Singer Lata Ji & Amitabh ji

SUFI_ NAMAN KARU MAIN GURU CHARNAN KI_HAZRAT MANZUR ALAM SHAH