NEWS-राजनीति जो ना कराये वो थोड़ा है
राजनीति जो ना कराये वो थोड़ा है
जी हां , ये एक कड़ुआ सच है | राजनीति जो ना कराये वो थोड़ा है । विगत उत्तर प्रदेश में बुरी हार से बौखलाई मायावती अपनी खोई प्रतिष्ठा को पाने के लिए किसी भी पार्टी से हाथ मिलाने को तैयार हैं । अभी समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस से हाथ मिला कर हार का मज़ा चखा । उसी मज़े को लेने के लिए मायावती बेक़रार हैं । अभी तक उनका वोट बैंक (दलित वर्ग ) उनके बहकावे में आता रहा और वो उसका फायदा उठाती रहीं, लेकिन इस बार मोदी सरकार ने कुछ ऐसी स्कीम लागू की जिससे भारत के हर गरीब परिवार को सहायता मिली । अब गरीब , अशिक्षित, दलित और मुस्लिम वर्ग जागरूक हो गया है और वो ई सबके बहकावे में नहीं आएगा । को वास्तविक काम करेगा उसी की पहचान होगी । विज्ञापन देने से कार्य की पहचान नहीं होती है ।
जय हिंद जय भारत ।
प्रदीप श्रीवास्तव
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