"अम्मा" तो गुजर गईं, 
आघात  देशवासियों।

दादी अभी जिन्दा हैं, 
एहसास देशवासियों।

दादा अभी कई पड़े, 
इन्तजाम देशवासियों।

मोदी बस सहारा हैं, 
विश्वास देशवासियों।

"राज" 05-12-2016

Comments

Popular posts from this blog

GHAZAL LYRIC- झील सी ऑंखें शोख अदाएं - शायर: जौहर कानपुरी

Ye Kahan Aa Gaye Hum_Lyric_Film Silsila_Singer Lata Ji & Amitabh ji

SUFI_ NAMAN KARU MAIN GURU CHARNAN KI_HAZRAT MANZUR ALAM SHAH