INDIA JUNIOR WORLD HOCKEY CHAIMPION
जूनियर वर्ल्ड कप हॉकी २०१६ में भारत बना १५ साल बाद चैम्पियन
भारतीय जूनियर हॉकी टीम ने दूसरी बार वर्ल्ड कप खिताब जीत लिया है. लखनऊ में खेले गए फाइनल मुकाबले में उसने बेल्जियम को 2-1 से हरा दिया. भारत ने 2001 के बाद पहली बार खिताब जीता है. एक बार से ज्यादा खिताब जीतने के मामले में भारत अब जर्मनी के बाद दूसरी टीम हो गई है. दो बार चैंपियन होने के अलावा यह टीम 1997 में रनर अप रही थी. तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में जर्मनी ने ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से हरा दिया.
फाइनल मुकाबले में पूरी तरह भारत का दबदबा रहा. बेल्जियम हमेशा भारत के आसपास पहुंचने की कोशिश में ही लगा रहा. पेनल्टी कॉर्नर को छोड़ दिया जाए, तो बेल्जियम मैच में कभी भी गोल करने के आसपास दिखाई नहीं दिया.
बेल्जियम के खिलाफ मैच में भारत आठवें मिनट में गुरजंत सिंह के गोल से बढ़त बनाई. गुरजंत ने मुश्किल एंगल से रिवर्स हिट के जरिए गोल किया. 22वें मिनट में सिमरनजीत सिंह ने गोल करके भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी. हाफ टाइम पर स्कोर 2-0 था.
भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट की तरह पेनल्टी कॉर्नर पर जरूर चूकती रही. लेकिन इसका असर मैच पर नहीं पड़ने दिया. दूसरे हाफ में बेल्जियम टीम थोड़ा हावी होकर खेलती दिखी. लेकिन भारत ने अपने डिफेंस मे कोई मौका नहीं दिया. दूसरे हाफ में काउंटर अटैक पर भारत को मौके मिले, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई.
खचाखच भरे मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में भारत के हर मूव को दर्शकों ने खुलकर सराहा. बेल्जियम को 67वें मिनट में मौका मिला, लेकिन इस बार विकास दहिया ने अच्छा ब चाव किया. कुछ सेकेंड बाकी रहते बेल्जियम को पेनल्टी कॉर्नर मिला. इस पर गोल हुआ. लेकिन पेनल्टी कॉर्नर मिलते ही तय हो गया था कि बेल्जियम के पास गोल करने के बावजूद कोई मौका नहीं है. उसी समय भारतीय खेमे में खुशी मनाए जाने लगी थी.
भारतीय जूनियर हॉकी टीम ने दूसरी बार वर्ल्ड कप खिताब जीत लिया है. लखनऊ में खेले गए फाइनल मुकाबले में उसने बेल्जियम को 2-1 से हरा दिया. भारत ने 2001 के बाद पहली बार खिताब जीता है. एक बार से ज्यादा खिताब जीतने के मामले में भारत अब जर्मनी के बाद दूसरी टीम हो गई है. दो बार चैंपियन होने के अलावा यह टीम 1997 में रनर अप रही थी. तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में जर्मनी ने ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से हरा दिया.
फाइनल मुकाबले में पूरी तरह भारत का दबदबा रहा. बेल्जियम हमेशा भारत के आसपास पहुंचने की कोशिश में ही लगा रहा. पेनल्टी कॉर्नर को छोड़ दिया जाए, तो बेल्जियम मैच में कभी भी गोल करने के आसपास दिखाई नहीं दिया.
बेल्जियम के खिलाफ मैच में भारत आठवें मिनट में गुरजंत सिंह के गोल से बढ़त बनाई. गुरजंत ने मुश्किल एंगल से रिवर्स हिट के जरिए गोल किया. 22वें मिनट में सिमरनजीत सिंह ने गोल करके भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी. हाफ टाइम पर स्कोर 2-0 था.
भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट की तरह पेनल्टी कॉर्नर पर जरूर चूकती रही. लेकिन इसका असर मैच पर नहीं पड़ने दिया. दूसरे हाफ में बेल्जियम टीम थोड़ा हावी होकर खेलती दिखी. लेकिन भारत ने अपने डिफेंस मे कोई मौका नहीं दिया. दूसरे हाफ में काउंटर अटैक पर भारत को मौके मिले, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई.
खचाखच भरे मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में भारत के हर मूव को दर्शकों ने खुलकर सराहा. बेल्जियम को 67वें मिनट में मौका मिला, लेकिन इस बार विकास दहिया ने अच्छा ब चाव किया. कुछ सेकेंड बाकी रहते बेल्जियम को पेनल्टी कॉर्नर मिला. इस पर गोल हुआ. लेकिन पेनल्टी कॉर्नर मिलते ही तय हो गया था कि बेल्जियम के पास गोल करने के बावजूद कोई मौका नहीं है. उसी समय भारतीय खेमे में खुशी मनाए जाने लगी थी.
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