Posts

Showing posts from January, 2017

SUBSCRIPTION OF POLITICAL PARTIES ?

तहलका न्यूज ब्यूरो  नई दिल्ली. देश में साफ़ सुथरे चुनाव कराने के चुनाव आयोग की पहल को एक रिपोर्ट से धक्का लगा है. इसके अनुसार चंदा लेने में सबसे आगे कांग्रेस रही है. वहीँ बीएसपी के पास 100 फीसदी अज्ञात सोर्सेज से चंदा आया है. राष्ट्रीय दलों में चंदा जुटाने में अव्वल रहने वाली कांग्रेस ने अननोन सोर्सेज से सबसे ज्यादा 3323.39 करोड़ रुपए की रकम चंदे से जुटाई है. क्षेत्रीय दलों में बेनामी चंदा उगाही में समाजवादी पार्टी ने सभी को पीछे छोड़ दिया है. बता दें कांग्रेस और सपा दोनों गठबंधन के तहत देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में चुनाव लड़ रही हैं.    इस तथ्य का खुलासा देश में पारदर्शी चुनाव के लिए प्रयासरत संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की एक एनालिसिस रिपोर्ट में हुआ है. एडीआर ने देश के सभी छह राष्ट्रीय पार्टियों और 51 रीजनल पार्टीज को मिलने वाले चंदे का एनालिसिस किया है. यह रिपोर्ट इन दलों को साल 2004 से 2014-15 तक विभिन्न सोर्सेज से मिलने वाले चंदे को लेकर तैयार की गई है. इस रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि 2004 से 2014-15 के दौरान 6 राष्ट्रीय और 11 क्षेत्रीय दलों की

Bjp

सुप्रभात,

LYRIC-YE RATEN YE MAUSAM NADI KA KINARA

M- ये रातें, ये मौसम नदी का किनारा, ये चंचल हवा F- आss   आss    आss  आss  M- ये रातें, ये मौसम नदी का किनारा, ये चंचल हवा F- कहा दो दिलों ने, के मिल कर कभी  हम, न होंगे जुदा F+ M- ये रातें, ये मौसम नदी का किनारा, ये चंचल हवा .............. F- ये क्या बात है आज की चांदनी में,  F- ये क्या बात है आज की चांदनी में F- के हम खो गए प्यार की रागनी में,  M- ये बाँहों में बाहें , ये बहकी निगाहें M- लो आने लगा जिंदगी का मज़ा F+ M- ये रातें, ये मौसम नदी का किनारा, ये चंचल हवा ................. F- ये क्या बात है आज की चांदनी में M F- ये क्या बात है आज की चांदनी में F- के हम खो गए प्यार की रागनी में,  M- ये बाँहों में बाहें, ये बहकी निगाहें M- लो आने लगा जिंदगी का मज़ाss F+ M-  ये रातें, ये मौसम नदी का किनारा, ये चंचल हवा ............................ M-सितारों की महफ़िल ने करके इशाराsss M- सितारों की महफ़िल ने करके इशारा M- कहा अब तो सारा जहाँ है तुम्हारा, F- मोहब्बत जवां हो खुला आसमां हो,  F- करे कोई दिल आरज़ू और क्या  M- ये रातें, ये मौसम नदी का किनार
किसी देश का विनाश बम से संभंव नही है  उदाहरण :- जापान किसी देश का विनाश हजारो सालो के अत्याचार से संभंव नही है उदाहरण :- इजरायल अगर विनाश करना है तो देश मे आरक्षण लागु कर दो ताकी अयोग्य लोग उच्च पदो पर बैठ जाए, और विनाश हो जाए.!! उदाहरण :- भारत

TUMKO DEKHA TO YE KHYALA AAYA (LYRIC IN HINDI FONTS)

Image
             TUMKO DEKHA TO YE KHAYA AAYA - JAGJEET SINGH M - हूँ s हूँ ss हूँ  हूँ   ,F - हूँ हु हूँ M - हूँ s हूँ ss हूँ हूँ , F- आ आ आ   M - हूँ हूँ हूँ हूँ , F - हूँ हूँ हूँ M - हूँ s हूँ ss हूँ हूँ , F - आ आ आ आ   तुमको देखा SS तो ये ख़याल आया   ज़िन्दगी धू ss प तुम घना ss साया     तुमको देखा ss तो ये ख़याल आया - 2   ज़िन्दगी धू ss प तुम घना ss साया     तुमको देखा तो ये ख़याल आया ss  ............................. आज फिर दिल ने , इक तम ss न्ना की - २   आज फिर दिल को , हमने सम ss झाया - २   ज़िन्दगी धू s प  तुम घना ss साया ss      तुमको देखा तो ये ख़या ss ल आया ss - २   ............................. तुम चले जाओगे तो , सोचेंगे ss - २   हमने क्या खोया , हमने क्या ss पाया - २   ज़िन्दगी धू ss प  तुम घना ss साया      तुमको देखा तो , ये ख़या ss ल आया ss .............................  हम जिसे ss  गुन s गुना ss नहीं s सकते ss - २   वक़्त ने ऐसा , गीत क्यूँ ss गाया ss - २   ज़िन्दगी धू ss प तुम घना ss साया ss      तुमको दे

LYRIC-TUM ITNA JO MUSKRA RAHE HO

Image
TUM ITNA JO MUSKRA RAHE HO तुम इतना जो , मुस्कुरा रहे हो क्या गम है , जिस को छुपा रहे हो – 2 तुम इतना जो , मुस्कुरा रहे हो क्या गम है , जिस को छुपा रहे हो .............................. आँखों में नमी , हँसी लबों पर - 2 क्या हाल है , क्या दिखा रहे हो – 2 क्या गम है , जिस को छुपा रहे हो तुम इतना जो , मुस्कुरा रहे हो ....................... बन जायेंगे जहर पीते पीते - 2 ये अश्क जो पीते जा रहे हो – 2 ...................... जिन जख्मों को वक्त भर चला है - 2 तुम क्यों उन्हें छेड़े जा रहे हो – 2 क्या गम है , जिस को छुपा रहे हो तुम इतना जो , मुस्कुरा रहे हो ....................... रेखाओं का खेल हैं मुकद्दर - 2 रेखाओं से मात खा रहे हो – 2 क्या गम है , जिस को छुपा रहे हो तुम इतना जो , मुस्कुरा रहे हो ....................... JAGJEET SINGH – GEET- QAFI AAZMI, FILM-ARTH (1983),

SHAYRI-YE KYA KI CHND

Image
ये क्या कि चंद ही क़दमो पे थक के बैठ गए ! तुम्हे तो साथ मेरा दूर तक निभाना था न !! मुझे जो मेरे लहू में डुबो के गुज़रा है ! वो कोई ग़ैर नहीं यार एक पुराना  था !!  (गणतंत्र दिवस पर झंडारोहण के समय कोयर इंडिया के आफिस में )   संकलन:  प्रदीप श्रीवास्तव, ग़ज़ल गायक 

LYRIC-MEHBOOB MERE MEHBOOB MERE ( MUKESH)

MEHBOOB MERE MEHBOOB MERE ( MUKESH) महबूब मेरे, महबूब मेरे - 2 तू है तो  दुनियाss कितनी हसीं हैss जो तू  नहीं तोss, कुछ भी नहीं है महबूब……………………… नहीं है महबूब मेरेsssss ………………….. तू हो तो बढ़ जाती है कीमत मौसम की  } - 2 ये जो तेरी आँखें हैं शोला शबनम की       }  यहीं मरना भी है मुझको, मुझे जीना भी यहीं है महबूब मेरे, महबूब मेरे - 2 तू है तो  दुनियाss कितनी हसीं हैss जो तू  नहीं तोss, कुछ भी नहीं है महबूब……………………… नहीं है महबूब मेरेsssss ……………………. अरमां किसको जन्नत की रंगीं गलियों का  }-2 मुझको तेरा दामन है बिस्तर कलियों का     } जहाँ पर हैं तेरी बाहें, मेरी जन्नत भी वहीँ है महबूब मेरे, महबूब मेरे – 2 तु है तु दुनियाss कितनी हसीं हैss जो तु नहीं तोss, कुछ भी नहीं है महबूब मेरेsssss …………………… रख दे मुझको तु अपना दीवाना कर के } -2 नजदीक आ जा फिर देखूं तुझको जी भर के  मेरे जैसे होंगे लाखों, कोई भी तुझसा नहीं है महबूब मेरे, महबूब मेरे  तु है तु दुनियाss कितनी हसीं हैss जो तु नहीं तोss, कुछ भी नहीं है महबूब मेरे, महबूब मेरे – 2

HAPPY REPUBLIC DAY OF INDIA

Image
Nahi Sirf Jashn Manana,  Nahi Sirf Jhande Lehrana,   Yeh Kaafi Nahi Hai Watanparasti,  Yadon Ko Nahi Bhulana,   Jo Qurbaan Hue,  Unke Lafzon Ko Aage Badhana,   Khuda Ke Liye Nahi, Zindgi Watan K Liye Lutana.   Happy Republic Day!

SARASWATI VANDANA-MAAT KRIPA ITNI KAR DENA

Image
मातु कृपा इतनी कर देना अपनी वीणा के मीठे स्वर अधरों पर धर देना गीतों की रस धार तुम्हीं हो ग़ज़लों का श्रृंगार तुम्हीं हो दोहा हो या छंद रुबाई कविता का आधार तुम्हीं हो मेरी रचनाओं में मैया जन-जन का स्वर देना शब्द-शब्द संधान करूँ मैं सच के लिए विषपान करूँ मैं मेरा मान बढ़े कविता से पर न कभी अभिमान करूँ  मैं आखर पंछी अम्बर छू लें मुझको वो पर देना गीत जहाँ संगीत जहाँ हो काव्य-कला की रीत जहाँ हो द्वेष-दम्भ से दूर रहें सब मानवता हो प्रीत जहाँ हो जिसमे तेरा वास हो मैया मुझको वो घर देना - डा. अंसार क़म्बरी

SHAYRI

जो ज़रा सी पी कर बहक गया, उसे मैकदे से निकाल दो ! यहाँ कम नज़र का गुज़र नहीं,यहाँ अहले ज़र्फ़ का काम है !!

SHAYARI-HASRAT BHARI NAZAR SE

Image
हसरत भरी नज़र से वो देखता है मुझको ! कुछ बोलता नहीं है बस सोचता है मुझको !! मेरी ख़बर से मुझको रखता है बाख़बर वो ! मुझसे ज़ियादा शायद वो जानता है मुझको !! संकलन: प्रदीप श्रीवास्तव ग़ज़ल गायक

SHAYRI-YE MANA ZINDGI HAI

Image
ये माना ज़िन्दगी है चार दिन की ! बहोत होते हैं यारो चार दिन भी !! ख़ुदा को पा गया वाइज़ मगर है ! ज़रूरत आदमी को आदमी की !! - फ़िराक़ गोरखपुरी

SHAYARI

Image
सोच बड़ी हो, मेरी नेक नीयत हो.. और छोड़िये, मुझमें आदमियत हो !! (अनिल माहेश्वरी) दिल को दिल से राह है, रूहानियत से अमल होने दो... ख़्वाब, जुनूने-दोस्ती का है, दोस्त, मुक़म्मल होने दो !! (अनिल माहेश्वरी) तोड़ आया बैसाखियाँ रूबरू ज़माने के मैं.. ख़ुद के कदमों पे हूँ जो, लोग पहचानने लगे !! (अनिल माहेश्वरी) बेज़ुबान हो चुकी हैं मुस्कुराहटें मेरी, आवाज़ मेरे ग़म की सुनाती ही नहीं !! (अनिल माहेश्वरी) आँखों की बरसात को रोकने का मन ही न हुआ मेरा, दुश्मन था जो कल तक, आज गले लगा रहा था मुझे !! (अनिल माहेश्वरी) सितम ये है कि उनके ग़म नहीं ।  औ ग़म ये है कि उनके हम नहीं । अंजुम कानपुरी

SHAYARI- NA MAR BHUKHA

Image
ना मर भूखा, न रख रोज़ा, न जा मस्जिद, न कर सजदा ! वुज़ू का तोड़ दे कूज़ा , शराब-ए -शौक़ पीता जा !!  (मशहूर  सूफ़ी संत मंसूर साहब कहते हैं कि न तो तू भूख रह न रोज़ा रख, न मस्जिद जा, न ही वहाँ सजदा क्र । यहां तक की उस कूज़े(बर्तन) को भी तोड़ दे जिसमें  मुसलमान वुज़ू (हाथ मुंह धोना) करता है । यह सब व्यर्थ है इनके करने से कोई लाभ नहीं इसलिए कुछ करना है तो इश्क़ की शराब पी अर्थात ख़ुदा से मोहब्बत कर क्योंकि जब तू रोज़ा रखता है तो तेरा दिमाग़ खाने में होता है । जब तू दान देता है तो तेरा दिमाग़ फल की इच्छा में होता है । रोज़े के दौरान तू कड़वा बोलता भी है और बुरा सोचता भी है तो अपनी पूजा को भी नापाक कर देता है । इसलिए पहले तू इश्क़ की शराब पी । जो करना है मन से, शिद्दत से, मस्ती में , प्यार में डूबकर कर फिर देख तुझे ख़ुदा कैसे नहीं मिलता ।  ) 

LYRIC-FILMI - CHEHRA HAI YA CHAND

हो...चेहरा है या चाँद खिला है , ज़ुल्फ़ घनेरी शाम है क्या | सागर जैसी आँखों वाली , ये तो बता तेरा नाम है क्या || चेहरा ............................................नाम है क्या || अरे तू क्या जाने तेरी ख़ातिर , कितना है बेताब ये दिल .. तू क्या जाने देख रहा है , कैसे कैसे ख़्वाब ये दिल.. M दिल कहता है तू है यहाँ तो , जाता लम्हा थम जाए.. वक़्त का दरिया बहते बहते , इस मंज़र में जम जाये.. तूने दीवाना दिल को बनाया , इस दिल पर इल्ज़ाम है क्या.. सागर जैसी आँखों वाली , ये तो बता तेरा नाम है क्या || ...................... हो..आज मैं तुझसे दूर सही और , तू मुझसे अनजान सही.. तेरा साथ नहीं पाऊं तो , ख़ैर तेरा अरमान सही.. M हो..ये अरमा है शोर नहीं हो , ख़ामोशी के मेले हों.. इस दुनिया में कोई नहीं हो , हम दोनों ही अकेले हों.. तेरे सपने देख रहा हूँ , और मेरा अब काम है क्या.. सागर जैसी आँखों वाली , ये तो बता तेरा नाम है क्या || चेहरा है या चाँद खिला है , ज़ुल्फ़ घनेरी शाम है क्या | सागर जैसी आँखों वाली , ये तो बता तेरा नाम है क्या || .................................. फिल्

LYRIC-FILMI- BADAN PE SITARE

BADAN PE SITARE – PRINCE  (1969) बदन पे सितारे लपटे हुए , ओ जाने तमन्ना किधर जा रही हो             }        ज़रा पास आयो , तो चैन आ जाए , ज़रा पास आयो तो चैन आ जाए     } - 2 ………………… हमी   जब न होंगे तो ए दिलरुबा ,  किसे देख कर हाय शरमाओगी न देखोगी फिर तुम कभी आइना , हमारे बिना रोज़ घबरायोगी बदन पे सितारे लपटे हुए , ओ जाने तमन्ना किधर जा रही हो                      ज़रा पास आयो , तो चैन आ जाए ,  ज़रा पास आयो तो चैन आ जाए     ……………….. है बनने संवरने का जब ही मज़ा , कोई देखने वाला आशिक तो हो           } नहीं तो यह जलवे हैं बुझते दिए , कोई मिटने वाला एक आशिक तो हो    }  बदन पे सितारे लपटे हुए , ओ जाने तमन्ना किधर जा रही हो            ज़रा पास आयो , तो चैन आ जाए ,  ज़रा पास आयो तो चैन आ जाए ………………… । मोहब्बत की ये इन्तहा हो गयी , के मस्ती में तुमको खुदा कह गया   ज़माना यह इन्साफ करता रहा , बुरा कह गया यह भला कह गया       बदन प