आज का शेर: 21.05.2023

इश्क़ शबनम नहीं शरारा है !
राज़ ये मुझ पे आशकारा है !!
- संत दर्शन सिंह
अर्थ: इश्क़ ठंडक भरी ओस नहीं 'यह आग है आग,
पानी नहीं है ' और ये रहस्य मैं जान गया हूँ !!  


 

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