SHAYARI 11-05-2023

जब हालातों से समझौता करना पडता है !

तब समझदार लोग भी गुनाह कर बैठते हैं !!

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दर्द कोई बर्फ नहीं जो वक्त के साथ पिघल जाए !

दर्द लोहे का टुकडा है जो हड्डियों के साथ गलता है !!

बिगड़ता तो कुछ नहीं मेरा !

पर जोर बहुतों ने लगा रखा है !!

एक भी काम की नही निकली !

यूं ही हाथ भरा पडा है लकीरों से !!

सरल रहिए ताकि सब आपसे हिल_मिल सकें !

तरल रहिए ताकि आप सबमें घुलमिल सकें !!

आने वाला शहर कितना भी खूबसूरत क्यों ना हो !

पीछे छूटने वाला घर बेचैन कर ही देता है !!

 












 

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