उ प्र लघु उद्धयोग निगम में भ्रष्टाचार की इंतिहा
मित्रों, ये है उ.प्र. लघु उद्धयोग निगम , कानपुर निगम का खुला भ्रष्टाचार जिसकी सुनवाई ना ही श्री अखिलेश यादव के पांच वर्ष में हुई और ना ही मोदी/योगी सरकार में हो रही है । अब आप कहेंगे कि श्री सत्यदेव पचौरी जो सम्बंधित विभाग के मंत्री है और आपके नज़दीकी है उनसे क्यों नही अपनी समस्या कही । मैने तीन बार शिकायत की सभी साक्ष्य दिए , लेकिन पूर्व के अन्य मंत्रियों की तरह कार्य प्रणाली इनकी भी है । एक बार लखनऊ बुलवाया प्रार्थना पत्र पर उन्होंने मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी । अब आप समझते हैं प्रमुख सचिव सचिव से रिपोर्ट मांगेंगे सचिव प्रबंध निदेशक से रिपोर्ट मांगेंगे, और विगत कई वर्षों से किसी भी आई ए एस की रेगुलर पोस्टिंग इस विभाग में नही हुई, जिस आई ए एस के पास एक्स्ट्रा चार्ज था वो ज़्यादा रुचि नही लेता और वहां रेगुलर बैठता था अतः रिपोर्ट तैयार करने की ज़िम्मेदारी उन्ही अफसरों से होती जिनके खिलाफ चार्ज है इतना लंबा प्रोसीजर मंत्री महोदय ने किया जब कि सीधे प्रबंध निदेशक को पत्रावली प्रस्तुत करने को कहते या सिर्फ उनको ये कहते कि निष्पक्ष जांच करके पत्रवली को उपलब्ध करे शायद ये मामला सुलझ जाता। अब पीड़ितों के पास यही विकल्प राहः जाता कि मीडिया का सहारा लेते और अपने बात जन जन तक पहुंचाते। उसमे सफल रहे , धन्यवाद दैनिक हिंदुस्तान के श्री अभिषेक गुप्ता जी जिन्होंने पूरी बात समझ कर । अब मुझे समझ मे आ गया है कि योगी जी, मोदीजी और भोगी जी(जो सत्ता भोग चुके हैं) के कार्य करने की शैली समान है क्या करेंगे बेचारे मोदी योगी ।आपसे निवेदन है की में अभी ब्लॉग में उपरोक्त समस्या लिख रहा हूँ उस ब्लॉग का लिंक आपको दूंगा प्लीज़ योगी जी को ज़्यादा से ज़्यादा ट्वीट करने की करीला करें ।
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