भारतीय जनता पार्टी - एक राष्ट्रवादी चिंतन
भारतीय जनता पार्टी🚩🚩🚩🚩🚩🚩
पार्टी की स्थापना:--
6 अप्रैल 1980
पार्टी का चुनाव चिन्ह:--
कमल का फूल
भाजपा के प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष--
अटल बिहारी वाजपेयी
भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष:--
जगत प्रकाश नड्डा
भाजपा के मूल सिद्धांत ;
1. एकात्म मानववाद
2. राष्ट्रवाद (हिंदुत्व)
3. लोकतंत्र (आंतरिक)
4. राष्ट्रीय अखंडता
5. मूल्याधारित अर्थनीति
पार्टी की वर्तमान स्थिति:
१. 12 करोड़ सदस्यों के साथ विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल,
२. केंद्र में अपनी सरकार,
३. 20 राज्यों में अपनी या मिली जुली सरकार,
४. 303 सांसद,
५. देश भर में 1000 से अधिक विधायक,
यूं तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थापना साल 1980 में हुई थी, लेकिन इसके मूल में श्यामाप्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में 1951 में निर्मित भारतीय जनसंघ ही है। जिसके पहले महामंत्री पo दीनदयाल उपाध्याय की मूल अवधारणा अंत्योदय, प्रखर राष्ट्रवाद के सिद्धांतों के साथ निरन्तर आगे बढ़ रही है ।
भाजपा:--
देश का एकमात्र लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करने वाला, जनमानस को साथ ले, कार्यकर्ता आधरित, समर्पित कैडर बेस, राजनीतिक संगठन है।
इसके मूल में 1925 में डॉ हेडगेवार जी द्वारा गठित हिंदुत्त्ववादी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) है।
इसके संस्थापक अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी रहे, तब से लेकर अब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उनकी कार्यावधि इस प्रकार है:--
क्र० अध्यक्ष कार्यकाल
1.अटल बिहारी वाजपेयी (1980 से 1986)
2. लाल कृष्ण आडवाणी (1986 से 1991)
3. मुरली मनोहर जोशी (1991 से 1993)
4. लाल कृष्ण आडवाणी (1993 से 1998)
5. कुशाभाऊ ठाकरे (1998 से 2000)
6. बंगारू लक्ष्मण (2000 से 2001)
7. जना कृष्णमूर्ति (2001 से 2002)
8. वेंकैया नायडू (2002 से 2004)
9. लाल कृष्ण आडवाणी (2004 से 2005)
10. राजनाथ सिंह (2005 से 2009)
11. नितिन गडकरी (2009 से 2013)
12. राजनाथ सिंह (2013 से 2014)
13. अमित शाह (2014 से 20)
14. जगत प्रकाश नड्डा (2020 से......)
40 साल पहले भाजपा की स्थापना हुई, तब किसी ने सोचा भी नही होगा, कि पार्टी शोहरत और कामयाबी के इस मुकाम पर पहुंचेगी ।
*जनसंघ से भाजपा तक ।*
*अटल युग से मोदी युग ।*
*3 सांसदों से 303 सांसद तक*
*वर्ष* *सांसद* :दल: *लोकसभा*
1952 3 जनसंघ पहली
1957 4 जनसंघ दूसरी
1962 14 जनसंघ तीसरी
1967 35 जनसंघ चौथी
1971 21 जनसंघ पांचवीं
1977 में जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हो गया
1977 छटी
1980 सातवीं
1980 में भाजपा स्थापना उपरांत !
1984 02 भाजपा आठवीं
1989 86 भाजपा नोंवी
1991 119 भाजपा दसवीं
1996 161 भाजपा ग्यारहवीं
1998 182 भाजपा बारहवीं
1999 182 भाजपा तेहरवीं
2004 138 भाजपा चौदहवीं
2009 116 भाजपा पंद्रहवी
2014 282 भाजपा सोलहवीं
2019 303 भाजपा सत्रहवीं
पार्टी विद्व ए डिफरेंस
जब यह बात कही जाती है कि भारतीय जनता पार्टी दूसरी राजनीतिक पार्टियों से भिन्न एक विशेष विचारधारा वाली पार्टी है, तो यह बात केवल कहने भर की नहीं है ।
वास्तव में भाजपा केवल एक राजनीतिक पार्टी ही नहीं एक सतत चिन्तन वाली विचारधारा, समर्पित कैडर, विशेष कार्यशैली, जनलोक- कल्याणकारी नीतियां इसका मुख्य आधार संतभ है ।
यदि हम भाजपा की तुलना अन्य पार्टियों से करें, तो हम पाएंगे कि वास्तव में भारतीय जनता पार्टी ही केवल एक ऐसी राजनीतिक पार्टी है, जो मर्यादित राजनीतिक पार्टी के रूप में हर कसौटी पर खरी उतरती है ।
जहां देश की अधिकतर राजनीतिक पार्टियां कुनबा परस्ती, भाई-भतीजावाद व वंशवाद की पोशक बन कर रही गई हैं और सत्ता प्राप्ति ही उनका केवल एक मात्र लक्ष्य बन कर रह गया है।
आज जहां भारतीय राजनीति भ्रष्टाचार, अत्याचार, जातीय संघर्ष, वर्ग संघर्ष, सम्प्रदाय संघर्ष, धनतंत्र, बलतंत्र, अपराध तंत्र एवं अनुशासन हीनता की शिकार बन गई है ।
वहीं भारतीय जनता पार्टी अपने समर्पित कैडर और वरिष्ठ विचारधारा के आधार पर निरंतर आगे बढ़ती जा रही है।
देश भर में ऐसे हजारों समर्पित कार्यकर्ता हैं, जो जीवन भर अविवाहित रह कर घर-परिवार व ऐश्वर्यापूर्ण जीवन का त्याग करके एक सन्यासी की भांति इस पार्टी के माध्यम से राष्ट्र को एक मां के रूप में स्वीकार करते हुए यह सोच रखते हैं, कि सभी भारतवासी उसके पुत्र हैं व भारत माता के रूप में इसका वंदन भी करते है।
पार्टी का चाल-चरित्र और चेहरा दूसरी पार्टियों से बिल्कुल भिन्न है, भारतीय सांस्कृतिक राष्ट्रवाद इसका मूलमंत्र है।
हमारा देश सुरक्षा की दृष्टि से आत्मनिर्भर और पूर्ण शक्तिशाली राष्ट्र बने, परमाणु नीति और कार्यक्रम इसी सोच का प्रमाण है।
हमारा राष्ट्र विश्व में अध्यात्मिक गुरू रहा है, वही स्थान और प्रतिष्ठा भारत की पुनः स्थापित हो, ऐसा चिंतन इस पार्टी का है!
हमारा राष्ट्र अतीत में सोने की चिडि़या कहा जाता था, इसी के अनुरूप भाजपा परम वैभवशाली राष्ट्र का सपना संजोये हुऐ है।
पार्टी चाहती है कि भारत एक सुख-समृद्धिशाली राष्ट्र बने।
भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों में पार्टी की गहन आस्था और विश्वास है।
इन मूल्यों को किसी प्रकार की ठेस ना पहुंचे, ऐसा प्रयास भारतीय जनता पार्टी का रहता है।
समाज का सभी वर्गों का हित हो, किसी भी एक वर्ग का तुष्टिकरण व वोट बैंक की राजनीति पार्टी को कतई स्वीकार नहीं है।
समाज के अति वंचित वर्ग का उत्थान पार्टी का मुख्य उद्धेश्य है ।
अंतयोदय का सूत्र लेकर पार्टी इसे क्रिर्यान्वित करने में लगी हुई है।
धर्म जाति के नाम पर भेदभाव पार्टी को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं है।
आओ हम सब मिल कर गौरवशाली, परम वैभवशाली, शोषणमुक्त, संमतायुक्त, सुसांस्कृतिक, सुसंगठित एवं कल्याणकारी राष्ट्र व समाज का पुननिर्माण करें।
भारत माता की जय।
राष्ट्र हित सर्वोपरि है
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