HUZUR SAHEB AMRIT WACHAN_5B_20.12.1997_ हुज़ूर साहेब के अमृतवचन_
20.12.1997
में हुज़ूर साहेब
ने अपने अमृतवचन से अपने आशिक़ों और मुरीदों को जो कहा वो आपकी ख़िदमत में पेश है
और इसे बार बार सुने अपने इस अमूल्य जीवन में एक नई ऊर्जा पैदा करें |
‘साहेब
स्मृति फ़ाउनडेशन’
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