Sufi Kalam_Halki Padey Re Phuhar_हल्की पड़े रे फुहार_Hazrat Manzur Aalam ...
Sufi Kalam_Halki Padey Re Phuhar_हल्की पड़े रे
फुहार_Hazrat Manzur Aalam Shah 'kalandar Maujshahi
हल्की
पड़े रे फुहार
केवड़िया
खुली रखि हो राजा
तुम्हरी
पगड़िया की बात बड़ी है
बनी
रखि हो राजा
.............
पास
तुम्हारे प्रीत की छइयां,
तुमसे
बनी है बहार
नैना
हमारे तुमका चितवैं,
हम
तो हैं दासी तुम्हार
केवड़िया
खुली रखि हो राजा
तुम्हरी
पगड़िया की बात बड़ी
है
बनी
रखि हो राजा
.............
तोहरे चरनवाँ की धूर बहुत है,
करमवा
का मोरे जगाओ
बस
एक रहिया प्रेम गली की,
और
नहीं कोई ठाव
केवड़िया
खुली रखि हो राजा
तुम्हरी
पगड़िया की बात बड़ी है
बनी
रखि हो राजा
Lyric: Hazrat Manzur Aalam Shah ‘Kalandar Maujshahi’
Singer: Pradeep Srivastava & Group
Chorous: Dinesh Singh and Abhishek Jha
Dholak: Akhilesh Soni
MEHFIL-E-SHAMA 14.07.2021 AT MAUJVILLA,
KANPUR SAHEB SMRITI FOUNDATION, KANPUR
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