भजन - किशोरी तेरे चरणन में
किशोरी तेरे चरणन में ।
मेरी बीते सुबहो शाम ,
किशोरी तेरे चरणन में ।।
लख लख वारी शीश नवाऊँ ,
चरणन में बलिहारी जाऊँ ।
करूँ कोटि कोटि परनाम ,
किशोरी तेरे चरणन में ।।
चरणन की है महिमा भारी ,
चरण दबाये नित कुंज बिहारी ।
मेरा ध्यान हो आठो याम ,
किशोरी तेरे चरणन में ।।
पलकन से तेरो भवन बुहारू ,
अंसुअन से तेरे चरण पखारू ।
करूँ सेवा मैं निष्काम ,
किशोरी तेरे चरणन में ।।
धाम छोड़कर कहीं न जाऊँ ,
उम्र तेरे ही दर पे बिताऊँ ।
जीवन का हो विश्राम ,
किशोरी तेरे चरणन में ।।
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