SHIV BHAJAN - SAWAN RITU AAI
SHIV
BHAJAN - SAWAN RITU AAI
सावन ऋतु आई, चली पुरवाई,
घटाएँ देखो छाई, चलो रे शिव के दर्शन को
चलो रे शिव के दर्शन को
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बड़ी है हरियाली, ये ऋतु है निराली,
बजाते हुये ताली, चलो रे शिव के दरशन को,
चलो रे शिव के दर्शन को
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नहीं है मुझे चाइना, हैं प्यासे मेरे नैना,
मानो रे मेरा कहना, चलो रे शिव के दर्शन को,
चलो रे शिव के दर्शन को
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पपीहा पीहू बोले, गगन सारा डोले,
बुलाते हमे भोले, चलो रे शिव के दर्शन को,
चलो रे शिव के दर्शन को
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गिरन लागी है बुँदिया, कली को चुन मलिनिया,
गयी है छिन नींदिया, चलो रे शिव के दर्शन को,
चलो रे शिव के दर्शन को
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मिलन की है बेला, लगा है देखो मेला,
है सावन अलबेला, चलो रे शिव के दर्शन को,
चलो रे शिव के दर्शन को
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रचयिता - सुशील कानपुरी
( कापी राइट - प्रदीप श्रीवास्तव )
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