Bhajan - जो माँ के चरणों मे आए JO MAA KE CHARNO ME AAYE
JO MAA KE CHARNO ME AAYE
इक इक
पल अनमोल है भक्तों पल आए पल जाये,
जो माँ
के चरणों मे आए उसका दुख टल जाए ।
- - - -
जाने किस दिन टूटे कच्ची डोर ये साँसों वाली - 2
जाने किस दिन हो जाए ये तन का पिंजरा खाली,
जाने किस दिन वक़्त तुम्हें भी धोखे से छल जाये,
जो माँ
के चरणों मे आए उसका दुख टल जाए ।
- - - -
क्यूँ करते रिश्ते नातों का तुम ये झूठा दावा - 2
मोह माया मे क्यूँ उलझे हो, ये सब एक छलावा,
जाने किस दिन जीवन की ये, साँझ तेरी ढल जाये,
जो माँ
के चरणों मे आए उसका दुख टल जाए ।
- - - -
एक दिन माटी मे मिल जाएगी माटी की काया,
जो पहले ही ना समझा वो अंत समय पछताया,
ले माँ का जो नाम तो खोटा सिक्का भी चल जाये,
जो माँ
के चरणों मे आए उसका दुख टल जाए ।
- - - -
गीतकार - सुशील कानपुरी
(कापी राइट - प्रदीप श्रीवास्तव)
Comments
Post a Comment