Ghazal - Main Sukune Dil Ki Talash me मैं सुकूने दिल की तलाश में - Ateeq...
मुशायरा :
मैं सुकूने दिल की तलाश में, न इधर गया न उधर गया !
मुझे संग-ए-दर अमा मिली, मैं वहीँ जाके ठहर गया !
ये तेरे करम का हुआ असर, है अतीक़ खौफ़ से बेख़बर,
जहां हादसों का हुजूम था, उन्ही रास्तों से गुज़र गया !
- अतीक़ फ़तेहपुरी
https://youtu.be/9PeW62J9DLY
Comments
Post a Comment