Sufi - Holi - Main To Shyam Sunder Sang Khelungi Holi-Pradeep Srivastava...
मैं
तो श्याम सुंदर संग खेलूँगी होली
तो श्याम सुंदर संग खेलूँगी होली
चित्त
लाग गई जो भी होनी थी हो ली
लाग गई जो भी होनी थी हो ली
कोई
रंग चढ़े , मेरी बात बने
रंग चढ़े , मेरी बात बने
मेरे
भाग जागे, मोरे पिया जो मिले
भाग जागे, मोरे पिया जो मिले
मोरे
पिया जो मिले तो मैं खेली रे खेली
पिया जो मिले तो मैं खेली रे खेली
चित्त
लाग गई जो भी होनी थी हो ली
लाग गई जो भी होनी थी हो ली
मैं
तो श्याम सुंदर संग खेलूँगी होली
तो श्याम सुंदर संग खेलूँगी होली
~ हज़रत मंज़ूर आलम शाह 'कलंदर मौजशाही'
~ गायक
- प्रदीप श्रीवास्तव
- प्रदीप श्रीवास्तव
https://youtu.be/GY1NdIWnwtM
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