GHAZAL - आप से प्यारा कोई नहीं है आपके हम दीवाने हैं ।~ डी सी पांडे "नज़र कानपुरी"
GHAZAL
आप से प्यारा कोई नहीं है
आपके हम दीवाने हैं ।
आप हैं महफ़िल की इक शम्मा
अहले वफ़ा परवाने हैं ॥
मैख़ाने की बात को छोड़ो आओ
मेरे साथ चलो ।
उनकी आँखों को तो देखो
आँखों में मैख़ाने हैं ॥
मेरी मोहब्बत ने ए क़ासिद
इतना उन्हें मजबूर किया ।
उनका भी ये पहला ख़त है,
और अभी ख़त आने हैं ॥
अबके न जाने सहने-चमन का
कैसा निज़ामे-साक़ी है ।
जामो सुबू सब बिखरे पड़े हैं
टूटे हुए पैमाने हैं ॥
हमको नज़र अब इस दुनिया के
दैरो हरम से क्या निस्बत ।
सबसे जुदा हम अहले वफ़ा के
अपने इबादत ख़ाने हैं ॥
~ डी सी पांडे "नज़र
कानपुरी"
परिचय
डी सी पांडे
(आई पी यस,आई जी (सेवानिवृत)
ग़ज़ल संग्रह: दस्तक
दहलीज़ दीदार
कैसेट: ख़्वाब ( टी सिरीज़ )
एक चेहरा गुलाब सा "
एवार्ड:
जुगनू एवार्ड, नई दिल्ली
कलाश्री , लखनऊ
सेतु एवार्ड, वाराणसी,
काशी रतन , वाराणसी
नज़ीर एवार्ड
यू पी उर्दू अकादमी एवार्ड
जौहर अकादमी
सर अल्लामा इक़बाल एवार्ड
उर्दू अदब एवार्ड
रंगकर्मी एवार्ड
फ़िराक़ गोरखपुरी एवार्ड
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