रामगोपाल यादव - - 'अखिलेश का विरोध करने वाले विधानसभा का मुंह नहीं देख पाएंगे
रामगोपाल यादव ने लिखा-रथयात्रा विरोधियों के गले की फांस है
- लेटर में रामगोपाल ने लिखा है- 'हम चाहते हैं कि माननीय मुख्यगमंत्री अखिलेश के नेतृत्वम में उप्र में समाजवादी सरकार बने। वे चाहते हैं कि हर हालत में अखिलेश यादव हारें।'
- 'हमारी सोच पॉजीटिव है, उनकी निगेटिव। माननीय मुख्य मंत्री के साथ वे लोग हैं जिन्हों ने पार्टी के लिए खून बहाया, अपमान सहा। उधर वे लोग हैं जिन्होंनने हजारों करोड़ रुपया कमाया, व्यलभिचार किया और सत्ताल का दुरुपयोग किया।'
- 'जनता को भ्रमित करने के लिए कुछ लोग मध्यपस्थता करते हैं, बयानबाजी करते हैं। बहकावे में आने की जरूरत नहीं है। रथयात्रा विरोधियों के गले की फांस है। इस फांस को और शॉर्प करना है।'
- 'अखिलेश का विरोध करने वाले विधानसभा का मुंह नहीं देख पाएंगे। न डरें, न विचलित हों। जहां अखिलेश, वहां विजय।'
मुलायम ने कहा था- रामगोपाल पर यकीन करना महंगा पड़ा
- सूत्रों के मुताबिक, रामगोपाल यादव से मुलायम बेहद नाराज दिखे। मुलायम ने यहां तक कह दिया कि रामगोपाल पर भरोसा करना पार्टी को महंगा पड़ गया।
- मुलायम ने कहा- पता चला है कि रामगोपाल नई पार्टी बनाने के लिए चुनाव आयोग चले गए थे। वो तो जब उन्हें बताया गया कि पार्टी के रजिस्ट्रेशन में काफी समय लगेगा तो वो वापस आ गए।
- सपा सुप्रीमो ने कहा कि आज परिवार के लोग ही चुनौती बने हुए हैं।
- पार्टी के नेताओं ने मुलायम सिंह से कहा कि अखिलेश आपकी बहुत इज्जत करते हैं। ये सब उन बीच वालों की वजह से हो रहा है, जो गलत सूचना आप लोगों तक पहुंचा रहे हैं।
- इन सीनियर लीडर्स ने अखिलेश की तारीफ भी की। बाद में ये नेता अखिलेश से भी मिले, लेकिन बैठक बेनतीजा रही।
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