Sufi - Lo Chamka Wo Roshan Chehra - Lyric Hazrat Manzur Alam Shah 'Kalan...
लो चमका वो रोशन चेहरा मैख़ाने में शाम हुई,
दिल फिर दौड़ा जाम उठाने मस्ती फिर बदनाम हुई !
शीश - ओ-साग़र जाम सुराही बाद-ओ नाबे पैमाना,
मैख़ाने में कितनी दुनिया दीवानो के नाम हुई !
Kalam : Hazrat Manzoor Alam Shah 'Kalandar Maujshahi'
https://youtu.be/MHElrxMd27o
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